वासà¥à¤¤à¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° à¤à¤¾à¤°à¤¤ के ऋषि मà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¥‹ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤‚ है जो पृथà¥à¤µà¥€, अगà¥à¤¨à¤¿, जल, वायà¥, आकाश इन पंचततà¥à¤µà¥‹à¤‚ के सही समायोजन से हमारे जीवन को सà¥à¤–ी और संपनà¥à¤¨ बनाता है। वैसे तो घर के पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• ककà¥à¤· का अलग वासà¥à¤¤à¥ होता है , लेकिन इस लेख में हम चरà¥à¤šà¤¾ करेंगे वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ सà¥à¤¥à¤² के वासà¥à¤¤à¥ की । यदि दà¥à¤•à¤¾à¤¨ अथवा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ सà¥à¤¥à¤² का वासà¥à¤¤à¥ सही है तो उस दà¥à¤•à¤¾à¤¨ में निरंतर गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¤•à¥‹à¤‚ का आना लगा ही रहता है और वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¥€ की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ होती है। वहां वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ दिनों दिन फलता फूलता है, जबकि वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ सà¥à¤¥à¤² में वासà¥à¤¤à¥à¤¦à¥‹à¤· है तो वह निरंतर घाटा होता है।
♣वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¸à¥à¤¥à¤² का à¤à¥‚खंड आयताकार होना अचà¥à¤›à¤¾ माना गया है । यदि सिंहमà¥à¤–ी à¤à¥‚खंड है तो à¤à¥€ ठीक है, लेकिन गौमà¥à¤–ी या काकमà¥à¤–ी à¤à¥‚खंड को वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ हेतॠअशà¥à¤ माना गया है।
♣दूकान या फैकà¥à¤Ÿà¤°à¥€ का मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° उतà¥à¤¤à¤° या पूरà¥à¤µ में होना अचà¥à¤›à¤¾ माना गया है। दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤®à¥à¤–ी घर अचà¥à¤›à¤¾ नहीं होता लेकिन दà¥à¤•à¤¾à¤¨ का दकà¥à¤·à¤¿à¤£à¤®à¥à¤–ी होना ठीक है ।
♣मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° के सामने किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वृकà¥à¤·, खमà¥à¤¬à¤¾, दूसरे à¤à¤µà¤¨ का कोना या अनà¥à¤¯ किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वेध होना ठीक नहीं होता है । यदि à¤à¤¸à¤¾ हो तो मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¦à¥à¤µà¤¾à¤° पर पाकà¥à¤† मिरर लगाये ।
♣Place Of Reception in Factory फैकà¥à¤Ÿà¤°à¥€ में ईशान दिशा में सदेव मंदिर या जल का सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ होना चाहिठ। इसके अतिरिकà¥à¤¤ मेहमानो या आगंतà¥à¤•à¥‹à¤‚ से मिलने का ककà¥à¤· à¤à¥€ इसी दिशा में होना चाहिठ।
♣Owner Room in Business place- वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ के मालिक को दकà¥à¤·à¤¿à¤£-पशà¥à¤šà¤¿à¤® दिशा में बैठना चाहिठऔर पीठके पीछे दीवार होनी चाहिà¤à¥¤
♣करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ का मà¥à¤¹ काम करते समय उतà¥à¤¤à¤° या पूरà¥à¤µ में हो तो अचà¥à¤›à¤¾ है ।इससे वे पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨ होकर काम करते है ।
♣यदि आप चाहते है की आरà¥à¤¥à¤¿à¤• रूप से किसी संकट का सामना आपको नहीं करना पड़े तो उतà¥à¤¤à¤° पूरà¥à¤µ दिशा को सदैव सà¥à¤µà¤šà¥à¤› रखे और à¤à¥‚लकर à¤à¥€ इस दिशा में कà¤à¥€ शौचालय का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ नहीं करे ।
♣लेखा समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¥€ कारà¥à¤¯ और लेनदेन के हिसाब की फाइलें यदि उतà¥à¤¤à¤° मधà¥à¤¯ में रखी जाये तो अचà¥à¤›à¤¾ है ।
♣जो करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ अचà¥à¤›à¤¾ काम करते हो उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ कà¤à¥€ à¤à¥€ वायवà¥à¤¯ कोण में नहीं बिठाये अनà¥à¤¯à¤¥à¤¾ वे आपको छोड़कर कही दूसरी जगह जा सकते है ।
♣Meeting Room in Office - मीटिंग ककà¥à¤· यदि वायवà¥à¤¯ कोण में हो तो सà¤à¥€ करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ à¤à¤µà¤‚ अधिकारी खà¥à¤²à¤•à¤° अपनी राय पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ करते है और नवीन à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤°à¤—तिदायक विचार सामने आते है। मीटिंग हॉल मधà¥à¤¯ के à¤à¤¾à¤— में à¤à¥€ बनाया जा सकता है ।
♣वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ की उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ के लिठउतà¥à¤¤à¤° पूरà¥à¤µ दिशा में à¤à¤• à¤à¤•à¥à¤µà¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¤® लगाना अचà¥à¤›à¤¾ होता है । इसमें 9 सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥€ मछलिया और 1 काली मछली रखना अचà¥à¤›à¤¾ होता है ।
♣पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• करà¥à¤®à¤šà¤¾à¤°à¥€ के लिठआप जो टेबल बनवाते है वह यदि आयताकार हो तो जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ अचà¥à¤›à¤¾ होता है।
♣Place of electric equipment in office- बिजली से समà¥à¤¬à¤‚धित उपकरण या मीटर आदि दकà¥à¤·à¤¿à¤£ पूरà¥à¤µ में लगाना ठीक होता है। यदि कही उतà¥à¤¤à¤° पूरà¥à¤µ में लगा दिठजाये तो दूकान में आग लगने का खतरा होता है।
♣Display counter in shop- दूकान का तैयार माल यदि उतà¥à¤¤à¤° पशà¥à¤šà¤¿à¤® में रखा जाये या डिसà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡ काउंटर इस दिशा में बनाया जाये तो बिकà¥à¤°à¥€ अधिक होती है ।
♣वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¤¾à¤¯ सà¥à¤¥à¤² में सà¥à¤µà¤¾à¤—त ककà¥à¤· उतà¥à¤¤à¤° पूरà¥à¤µ में , सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ गारà¥à¤¡ का ककà¥à¤· उतà¥à¤¤à¤° पशà¥à¤šà¤¿à¤® में, लॉकर दकà¥à¤·à¤¿à¤£- पशà¥à¤šà¤¿à¤® में और सीà¥à¤¿à¤¯à¤¾ दकà¥à¤·à¤¿à¤£ मधà¥à¤¯ या दकà¥à¤·à¤¿à¤£ पशà¥à¤šà¤¿à¤® में होना शà¥à¤ है ।
♣Vastu yantra for removing Vastudosh- यदि वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° सà¥à¤¥à¤² में किसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° का वासà¥à¤¤à¥à¤¦à¥‹à¤· रहा जाये और उसको दूर करना संà¤à¤µ नहीं हो तो वासà¥à¤¤à¥à¤¦à¥‹à¤· नाशक यनà¥à¤¤à¥à¤° की विधिवत सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करनी चाहिठ।
♣यदि दà¥à¤•à¤¾à¤¨ या फैकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ बहà¥à¤¤ होता हो या क़रà¥à¥› की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ रहती हो तो पारद से निरà¥à¤®à¤¿à¤¤ दिवà¥à¤¯ लकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करनी चाहिठऔर शà¥à¤°à¥€à¤¸à¥‚कà¥à¤¤ का पाठकरना चाहिठ।
♣कनकधारा सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤° या गोपाल सहसà¥à¤¤à¥à¤°à¤¨à¤¾à¤® का पाठकरने से à¤à¥€ धनलाठबà¥à¤¤à¤¾ जाता है
मेरे à¤à¤• मितà¥à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° से बहà¥à¤¤ परेशान थे और मारà¥à¤•à¤¿à¤Ÿ में उनका बहà¥à¤¤ पैसा अटका हà¥à¤† था उस समय मैंने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚
कनकधारा यनà¥à¤¤à¥à¤° सिदà¥à¤§ करवाया था और उसके बाद आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• रूप से माठलकà¥à¤·à¥à¤®à¥€ की कृपा उन पर हà¥à¤ˆ लेकिन इसमें केवल यनà¥à¤¤à¥à¤° से ही कà¥à¤› नहीं होता करवाने वाले में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾ à¤à¥€ बहà¥à¤¤ होना जरà¥à¤°à¥€ है